विश्व शांति पाठ संस्कृत कक्षा 10th subjective

 

13 विश्व शांति पाठ

(1)विश्व शांति पाठ से हमें क्या शिक्षा मिलती है-इस पाठ से हमें यह शिक्षा मिलती है कि वर्तमान समय में पूरे विश्व में अशांति फैली हुई है दो राज्य के बीच एक दूसरे को नीचा दिखाने के लिए शीत युद्ध हो रहे हैं। इस अशांति का मुख्य कारण द्वेष और असहिष्णुता है

(2)अशांति को कैसे मिटाया जा सकता हैएक दूसरे के प्रति करूणा का भाव रखकर और मित्रता का हाथ बढ़ाकर अशांति को मिटाया जा सकता है।

(3)अशांति का मूल कारण क्या है-अशांति के मूल कारण दो ही है- आपसी द्वेष और सहिष्णुता है । एक देश दूसरे देश की उन्नति को देखकर जलते हैं जिससे द्वेष और सहिष्णुता का जन्म होता है। जिसके कारण पूरे संसार में अशांति फैली है।

(4)कब शांति का सूरज खेलेगाजिस दिन एक देश दूसरे देश को बुरे समय में सहायता करने के लिए हाथ बढ़ाएगा उसी दिन शांति का सूरज खेलेगा।

(5)विश्व शांति के लिए हमें क्या करना चाहिएविश्व शांति के लिए विश्व के प्रत्येक मनुष्य को एक दूसरे के साथ अच्छे संबंध रखने होंगे । देश-विदेश में जितने भी बड़े-बड़े नेतागण है, उन्हें भी एक दूसरे के अच्छे संबंध रखने होंगे किसी भी राज्य का एक दूसरे राज्य की बुराई नहीं करनी चाहिए।

(6)राष्ट्र संघ की स्थापना का उद्देश्य स्पष्ट करेंराष्ट्र संघ की स्थापना का उद्देश्य दो देशों के बीच संभावित विश्व युद्ध को रोकना है। यह समय-समय पर दो देशों के तनाव को रोकता है।

(7)विश्व शांति पाठ के आधार पर उदार हृदय पुरुष का लक्षण बताएं-विश्व शांति पाठ के अनुसार हृदय पुरुष का लक्षण है कि वह किसी को पराया नहीं समझता , जबकि उसके लिए सारी धरती ही अपनी है उदार हृदय वाले के लिए सारा संसार को कुटुम्ब के समान है।

( 8)विश्व शांति पाठ का पांच वाक्य में उत्तर देंआज विश्व भर में विभिन्न प्रकार के विवाद छिड़े हुए हैं। देश में आंतरिक और बाह्य अशांति फैली हुई है। सीमा, नदी जल ,धर्म ,दल इत्यादि को लेकर लोग स्वार्थ प्रतीक होकर असहिष्णु हो गये हैं इससे अशांति का वातावरण बना हुआ है। इस समस्या को उठाकर इसके निवारण के लिए पाठ में वर्तमान स्थिति का निरूपण किया गया है।

(9)विश्व में शांति कैसे स्थापित हो सकती है-विश्व में शांति का आधार एकमात्र परोपकार है। परोपकार की भावना मानवीय गुण है। संकट काल में सहयोग की भावना रखता ही लक्ष्य हो, तभी हम निर्वैर सहिष्णुता और परोपकार से शांति स्थापित कर सकते हैं।

(10)अशांति के मूल कारण क्या है?अथवा, विश्व अशांति का क्या कारण है ? तीन वाक्य में उत्तर दें।वास्तव में अशांति के दो मूल कारण है -द्वेष और असहिष्णुता। एक देश दूसरे देश की उन्नति देख जलते हैं । और इससे असहिष्णुता पैदा होती है । ये दोनों दोष आपसी बैर और अशांति

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