11 व्याघ्रपथिक कथा
👉व्याघ्र पथिक कथा के रचनाकार नारायण पंडित हैं
👉व्याघ्र पथिक कथा हितोपदेश नमक नीति कथा ग्रंथ मित्र लाभ खंड से लिया गया है
👉व्याघ्र पथिक कथा में लोभ के दुष्परिणामों को दिखाया गया है
👉 व्याघ्र स्नान कर हाथ में कुस और स्वर्ण कंगन लेकर बैठा था
👉बूढ़ा बाघ वंशहीन था
👉पथिक स्वर्ण कंगन को देख लोभ में आ गया
👉बाघ ने कंगन लेने के लिए पथिक को तालाब में स्नान करने को कहा
👉बूढ़ा बाघ ने पथिक को झूठ बोला कि मेरे नख और दांत गल गए हैं
👉बाघ ने पथिक को मार डाला
👉पथिक गहरे कीचड़ में फंस गया था
👉ज्ञान क्रिया के बिना भार स्वरूप होता है
👉ब्राह्मण मूर्ख था
👉व्यवहारिक ज्ञान के अभाव में शास्त्रीय ज्ञान व्यर्थ होता है
👉किसी हिंसक पशु पर या बुरे लोगों पर जल्दी विश्वास नहीं करना चाहिए
(1) व्याघ्र पथिक कथा पाठ के रचयिता कौन है -नारायण पंडित
(2)व्याघ्र पथिक कथा पाठ कहां से लिया गया है -हितोपदेश
(3)हितोपदेश के रचयिता कौन है -नारायण पंडित
(4)हितोप देश में कहानी किससे संबंधित है- पशु पक्षी
(5)बाघ हाथ फैलाकर क्या दिखता है -कंगन
(6)सोने का कंगन ग्रहण करो ऐसा कौन बोल रहा था -बाघ
(7)कौन कीचड़ में फस गया- पथिक
(8)बूढ़ा बाग क्या देना चाहता था -सोने का कंगन
(9)पथिक कहां फंस गया -कीचड़ में
(10)पथिक किसके द्वारा पकड़ा और खाया गया -बाघ
(11)कौन स्वर्णकंगन हाथ में लेकर सरोवर के किनारे बोल रहा था- बाघ
(12)मैं बंशहीन हूं किसने कहा -बाघ
(13)किसका भरण पोषण व्यर्थ है -विधवा
(14)भाग से भी संभव है ऐसा किसने सोचा -पथिक
(15)विष के संपर्क से अमृत किसका कारण बन जाता है -मृत्यु
(16)दान किसे देना चाहिए- गरीब को
(17)किसे धन नहीं देना चाहिए -धनी को
(18)दवा किसका मित्र है- रोगी
(19)क्रिया के बिना क्या बोझ होता है -ज्ञान
(20)किसके बिना ज्ञान बोझ होता है -क्रिया
(21)अविश्वासी पर विश्वास करने से क्या होता है- मूर्ख बनता है
(22)बूढ़े बाघ के हाथ में क्या था -सोने के कंगन
(23)पथिक स्नान करने कहां गया -तालाब
(24)कौन लोभ से प्रभावित हुए- पथिक
(25)कौन बंशहीन था -बाघ
(26)दानशील कौन था -बाघ
(27)लोभ मनुष्य को कहां ले जाता है -विनाश
(28)हितोपदेश का अर्थ क्या है -हित का उपदेश