रामधारी सिंह दिनकर

6 रामधारी सिंह दिनकर – जनतंत्र का जन्म

लेखक परिचय-

जन्म – 10 सितंबर 1908 ईस्वी में

जन्म स्थान – ग्राम – सिमरिया, जिला – बेगूसराय (बिहार)

पिता – रवि सिंह

माता – मनरूप देवी

मृत्यु – 24 अप्रैल 1974

 

काव्य रचनाएं- प्रणभंग, रेणुका हुंकार,रसबंती,कुरूक्षेत्र, रश्मिरथी,नील कुसुम, उर्वशी,परशुराम की प्रतिक्षा,हारे को हरिनाम

 

गद्य रचनाएं- मिट्टी की ओर, अर्धनारीश्वर संस्कृति के चार अध्याय, काव्य की भूमिका वटपीपल शुद्ध कविता की खोज , दिनकर की डायरी

 

(1)भारत में जनतंत्र की स्थापना कब हुई – 1950 ई

(2)भारत सरकार ने दिनकर को कौन सा अलंकरण प्रदान किया- पद विभूषण

(3)कवि दिनकर ने दूध मूवी शब्द का प्रयोग किसके लिए किया- जनता के लिए

(4)उर्वशी किसकी कृति है – दिनकर जी की

(5)दिनकर को साहित्य अकादमी पुरस्कार किस कृति पर मिला – संस्कृति के चार अध्याय

(6)दिनकर को ज्ञानपीठ पुरस्कार किस रचना पर प्राप्त हुआ- उर्वशी

(7)कवि के अनुसार जनतंत्र का देवता कौन है- किसान मजदूर

(8)दिनकर ने अपनी पढ़ाई कहां तक की- बीए ऑनर्स

(9)किस सिंहासन खाली करने की बात कही है- जनतंत्र को, सामवाद को

(10)जनतंत्र का जन्म के कवि कौन है – रामधारी सिंह दिनकर

(11)दिनकर का जन्म कब हुआ – 23 सितंबर 1908

(12)दिनकर का जन्म कहां हुआ- सिमरिया, बेगूसराय

(13)दिनकर की प्रारंभिक शिक्षा कहां से हुई थी – गांव से

(14)मिट्टी की ओर रचना है -गघ

(15)मिट्टी की अबोध मूरते कौन है – जनता

(16)दिनकर को किस कृति के लिए ज्ञानपीठ पुरस्कार मिला- उर्वशी

(17)कवि के अनुसार देवता कहां मिलेगा- खेतों में

(18)नाद शब्द का अर्थ है- स्वर्ग, ध्वनि

(19)रामधारी सिंह दिनकर रचित पाठ है- जनतंत्र का जन्म

(20)सदियो की ठंडी बुझी राख सुगबुगा उठी मिट्टी सोने का ताज पहनकर इठलाती है यह पंक्ति है – दिनकर की

(21)दिनकर कि कल के प्रमुख कवि हैं- उत्तर छायावाद (छायावादी युग के)

(22)मिट्टी की अबोध मूरते कौन है – जनता

(23)जनतंत्र का दूसरा नाम है- प्रजातंत्र

(24)जनतंत्र का स्वामी कौन है- प्रजा या जनता

(25)समय की धारा को बदल देने की क्षमता किसमे होती है – जनता में

(26)कवि ने किसके लिए सिंहासन खाली करने का बात की है- जनता के लिए

(27)सिमरिया घाट का संबंध है – दिनकर से

 

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