(1)मंगल पाठ कहां से संकलित है-उपनिषद से
(2)महान से भी महान क्या है-आत्मा
(3)सूक्ष्म से भी सूक्ष्म कौन है-आत्मा
(4)मंगल पाठ के रचनाकार कौन है-वेदव्यास
(5)उपनिषद के रचनाकार कौन है-वेदव्यास
(6)मंगल पाठ में किस प्रकार के मंत्र है-पद
(7)उपनिषद किसका सिद्धांत प्रकट करता है-दर्शन का
(8)किसे बस में नहीं किया जा सकता है-आत्मा को
(9)विद्यमान शौक रहित होकर किसको देखते हैं -आत्मा को
(10)सत्य से किसका रस्ता प्रसन्न होता है-देवलोक का
(11)यह संपूर्ण संसार किसके द्वारा अनुशासित है-परमात्मा
(12)नदिया नाम और रूप को छोड़कर किसी में मिल जाती है- समुद्र में
(13)उपनिषद किसका अंतिम भाग है-वैदिक साहित्य
(14)किसकी विजय नहीं होती है-असत्य की
(15)किनकी महिमा का गायन हुआ है-परमात्मा का
(16)सबसे बड़ा खजाना क्या है-सत्य
(17)ईश्वर क्या है-सत्य
(18)इशावस्य उपनिषद में किसके विषय में कहा गया है-सत्य
(19)कठोप निषद में किसके बारे में कहा गया है-आत्मा
(20)कौन अपने नाम और रूप को छोड़कर समुद्र में मिल जाती है-नदिया
(21)सधक किसको पार करते हैं-मृत्यु को
(22)सत्य धर्म के लिए किसको हटा दें-हिरण्यमयेन पात्र
(23)सत्य का मुख किस पत्र से ढका है-स्वर्ण
(24)नदियां क्या छोड़ कर समुद्र में मिल जाती है-नाम
(25)प्राणियों के हृदय रूपी गुफा में कौन बंद है-आत्मा
(26)नदिया कहां जाकर मिलती है-समुद्र में
(27)किसकी जय होती है-सत्य कि
(28)किसका मुख सोने के पत्र से ढका है-सत्य का
(29)ब्राह्मण का मुख किस से ढका है-सोने से
(30)विद्यमान अपना नाम छोड़कर किसमें मिल जाती है-परमात्मा में
(31)ऋषि लोग देवलोक की प्राप्ति के लिए किस मार्ग को अपनाते हैं-सत्य मार्ग
(32)उपनिषद के अंतिम भाग में किसका सिद्धांत है-दर्शनशास्त्र
(33) बहती नदी कहां मिलती है-समुद्र में
(34) सत्य से प्राप्त होता है-देवलोक का
(35) जंतुओं के हृदय रूपी गुफा में क्या स्थित है-तत्व