आलस्य कथा पाठ का subjective

 3 आलस कथा

(1)आलस कथा से क्या शिक्षा मिलती है-

मैथिली कवि विद्यापति द्वारा रचित पाठ अलसकथा में आलसियों के माध्यम से शिक्षा दी गई है उनका भरण पोषण करुणा शीलो अर्थात दयावानों के बिना संभव नहीं है आलसी काम नहीं करते हैं ऐसी स्थिति में कोई दायावान ही उनकी व्यवस्था करते हैं

(2)आलसशला के कर्मचारियों ने आलसियों की परीक्षा क्यों ली-

अलासशला में बहुत सारे बनावटी आलस ग्रहण कर अन्य और वस्त्र प्राप्त करने लगे जिससे आलसशाला का खर्च बढ़ गया अधिक खर्च को देखकर वहां के कर्मचारियों ने आलसियों की परीक्षा ली

(3)आलसशला में आग लगने पर क्या हुआ-

आलसशाला में आग लगने पर सभी धूर्त आलसी तथा कृत्रिम आलस वाले भाग गए लेकिन चार आलसी सोए रह गए और आपस में बातें कर रहे थे फैली आग को देखकर नियोगी पुरुष को दया आ गया। उन लोगों ने सोचा कि अगर इन्हें नहीं निकाला जाएगा तो जल जाएगे तब उनलोगों ने चारों आलसियों के बाल पकड़ कर खींचते हुए बाहर निकाला

(4)विद्यापति कौन थे उन्होंने किस ग्रंथ की रचना की पठित पाठ के आधार पर लिखें-विद्यापति एक महान मैथिली कवि एवं लेखक थे| उन्होंने पुरुष परीक्षा नामक ग्रंथ की रचना की संस्कृत भाषा में लिखित पुरुष परीक्षा में कथा रूप में अनेक मानवीय गुणो के महत्व का वर्णन है तथा दोष के निराकरण के लिए शिक्षा दी गई है विद्यापति लोकप्रिय मैथिली कवि थे यह संस्कृत ग्रंथों के रचयिता भी थे इसकी ख्याति मैथिली भाषा के साथ-साथ संस्कृत विषयों में अत्यधिक थी

(5)आलस कथा का क्या संदेश है (अलसकथा पाठ में किस पर चर्चा की गई है)-

आलस कथा का संदेश है कि आलस एक महान रोग है जीवन में विकास के लिए व्यक्ति का कर्मठ होना आवश्यक है आलस शरीर में रहने वाला महान शत्रु है जिससे अपना परिवार का और समाज का विनाश आवश्यक ही होता है

(6)आलस कथा पाठ का पांच वाक्यो में परिचय दें-

यह पाठ विद्यापति द्वारा रचित पुरुष परीक्षा नमक कथा ग्रंथ से संकलित एक उपदेशात्मक लघु कथा है विद्यापति ने मैथिली, अवहट्ट तथा संस्कृत तीनों भाषाओं मैं ग्रंथ रचना की थी पुरुष परीक्षा में धर्म ,अर्थ, काम इत्यादि विषयों से सम्बद्ध अनेक मनोरंजन कथाएं दी गई है आलस कथा में आलस्य के निवारण की प्रेरणा दी गई है इस पाठ से संसार की विचित्र गतिविधि का भी परिचय मिलता है

(8)चारों आलसियों के वार्तालाप को अपने शब्दों में लिखें-

चारों आलसी निश्चय ही अपने आलसपन को सिद्ध कर रहे थे |एक ने मुंह ढककर कहां अरे हल्ला कैसा| दूसरे ने कहा लगता है इस घर में आग लग गई है| तीसरे ने कहा कोई धार्मिक व्यक्ति नहीं है जो पानी से भीगे वस्त्र से ढंक दे |चौथ ने कहा अरे वचाल कितनी बातें करते हो चुपचाप क्यों नहीं रहते हो

(9)विद्यापति कौन थे उन्होंने किस ग्रंथ की रचना की तथा आलस कथा में किसकी कहानी है छ: वाक्य में लिखें-

विद्यापति एक महान मैथिली कवि एवं लेखक थे |उन्होंने पुरुष परीक्षा नमन ग्रंथ की रचना की| संस्कृत भाषा में लिखित पुरुष परीक्षा में कथा रूप में अनेक मानवय गुनो का वर्णन है दोष के निराकरण के लिए शिक्षा दी गई है विद्यापति एक लोकप्रिय मैथिली कवि थे यह संस्कृत ग्रंथों के रचयिता थे उनकी ख्याति संस्कृत विषयों में अत्यधिक थी

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