9 आविन्यो
लेखक परिचय-
जन्म- 16 फरवरी1941
जन्म स्थान – दुर्ग, छत्तीसगढ़
मूल निवास – सागर, मध्य प्रदेश
पिता – परमानंद बाजपेई
माता- निर्मला देवी
काव्य रचनाएं-
सहर अब भी संभालना है, एक पतंग अनंत में, तत्पुरुष कहीं नहीं वही, बहुरि अकेला, थोड़ी सी जगह, दुख चिट्ठी रहा है
आलोचना-
फिलहाल कुछ पूर्वाग्रह, समय से बाहर, कविता का गल्प, कवि का गया है
संपादित पुस्तक-
समवेद, पहचान , पूर्वग्रह , बहुवचन, कविता एशिया, समास
सम्मान- साहित्य अकादमी पुरस्कार, दयावती, मोदी कविशेहर सम्मान, फ्रेंच सरकार का ऑफिसर,
आव द ऑर्डर आंद क्रांस 2004 सम्मान आदि से सम्मानित किया जा चुके हैं
(1(आविन्यो एक है – ललित रचना
(2)आविन्यो में था- पोप की राजधानी
(3)जीर्णोद्धार का अर्थ है – पुराने को नया करना
(4)थोड़ी सी जगह किसकी रचना है – अशोक बाजपेई
(5)प्रतीक्षा करता है पत्थर किसकी रचना है – अशोक वाजपेई के
(6)आविन्यो फ्रांस का एक मुख… केंद्र है – कल का
(7)आविन्यो कहां स्थित है – दक्षिण फ्रांस में
(8)(रोन) रोम नदी कहां है – दक्षिण फ्रांस में
(9)आविन्यो के रचनाकार है – अशोक बाजपेई
(10)वीलनत्वल आविन्यो का अर्थ होता है – आविन्यो का नया गांव
(11)ला शत्रूज क्या है – ईसाई मठ
(12)आंद्र बेता क्या है – कवि का नाम
(13)प्रगतिशील साहित्य का संबंध है- वेदांत दर्शन से
(14)जहांगीर ….. मे थी- सोवियत रूस
(15)अशोक बाजपेई ला शत्रुज में कितने दिनों तक रहे- 19 दिन
(20)आविन्यो पाठ गध की कौन सी विधा है- यात्रा वृत्तान्त
(21)पिकासो क्या थे- चित्रकार
(22)अशोक बाजपेई का जन्म कब हुआ- 16 जनवरी 1941
(23)अशोक बाजपेई का जन्म कहां हुआ था – दुर्ग ,छत्तीसगढ़
(24)अशोक वाजपेई ने 24 अक्टूबर से 10 नवंबर (25)1994 तक कुल कितनी रचनाएं की- 35 कविता 27 गध
(26)ला मादामोजेल द आविन्यो किसकी कृति है – पिकासो की
(27)ला शत्रु जी का धार्मिक उपयोग कब से कब तक होता रहा – चौदहवीं सदी से फ्रेंच क्रांति तक
(28)आविन्यो में लेखक के कितने गंध की रचना की – 27
(29)फ्रांस की प्रमुख कला केंद्र रहा है- आविन्यो
(30)आविन्यो दक्षिण फ्रांस का एक मध्ययुगीन रहा है – ईसाई मठ
(31)पिकासो की प्रसिद्ध रचना का शीर्षक है- ल मादामोजेल द आविन्यो
(32)अशोक वाजपेई की रचनात्मक कृति है- नदी के किनारे नदी है, प्रतीक्षा करते हैं पत्थर
(33)अशोक वाजपेई के पिता का नाम था – परमानंद बाजपेई
(34)आविन्यो किस देश में है – फ्रांस में
(35)फ्रांस का प्रमुख कला केंद्र कहां है– आविन्यो